विश्व वन्य जीव दिवस
▪️ उद्देश्य : विश्व स्तर पर अनगिनत लोगों की आजीविका को बनाए रखने हेतु वनों, वन प्रजातियों तथा पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं के केंद्र में अपनी भूमिका को उजागर करने हेतु। इस दिन का अवलोकन संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा किया जाता है।
▪️ शुरुआत : 20 दिसंबर 2013 : संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA), ने सत्र 68/205 के प्रस्ताव के तहत वनों तथा वन्यजीवों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन को अपनाते हुए प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
▪️ वन्यजीवों का अवर्णनीय मूल्य :
• जंगली जानवरों और पौधों के अपने आंतरिक मूल्य होते है जो मानव कल्याण तथा स्थायी विकास हेतु पारिस्थितिक, आनुवांशिक, सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, मनोरंजन तथा सौंदर्य संबंधी पहलुओं में योगदान करते हैं। यह दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों के कई सुंदर और विविध रूपों का जश्न मनाने तथा मानव जाति के हित में उनके संरक्षण को प्रेरित करता है।
• यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में सभी विभिन्न जलवायु क्षेत्रों (बोरियल वन, समशीतोष्ण वन, उपोष्णकटिबंधीय वन और लकड़ी की भूमि, उष्णकटिबंधीय वन, मैंग्रोव वन) में से कई वन क्षेत्र शामिल हैं। 18 हेक्टेयर (वेली डे माई, सेशल्स) से लेकर 5.8 मिलियन हेक्टेयर (केंद्रीय अमेज़ॅन संरक्षण परिसर, ब्राजील) तक, विश्व विरासत वन स्थलों की कुल सतह 75 मिलियन हेक्टेयर से अधिक है जो कि 13 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
• “सतत विकास लक्ष्य-15” जैव विविधता हानि को रोकने पर केंद्रित है।
☑️ 3 मार्च : विश्व वन्यजीव दिवस
विश्व वन्यजीव दिवस प्रतिवर्ष 3 मार्च को मनाया जाता है। 20 दिसंबर 2013 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया था। इस दिवस को जंगली जीवों और वनस्पतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है। इस दिन, 1973 में वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) को अंगीकृत किया गया था।
▪️ मुख्य बिंदु:
दुनिया के कई प्रमुख संगठनों द्वारा यह दिवस मनाया जा जाता है। इसमें संयुक्त राष्ट्र महासभा, CITES और अन्य क्षेत्रीय और गैर-सरकारी संगठन शामिल हैं। इस दिन, वे सहयोगी साझेदारी बनाने तथा संरक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
▪️ महत्व :
पृथ्वी पर सभी जीवन को बनाए रखने में जैव विविधता के घटक के रूप में सभी पौधों की प्रजातियां और जंगली जानवर शामिल हैं। इसमें निम्नलिखित सतत विकास लक्ष्यों के समर्थन में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग भी शामिल है।
एसडीजी 1 – निर्धनता की समाप्ति।
एसडीजी 12 – स्थायी उत्पादन और खपत पैटर्न सुनिश्चित करना।
एसडीजी 14 – पानी के नीचे जीवन।
एसडीजी 15 – भूमि पर जीवन।
वन्य जीव दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में प्रस्ताव पारित किया गया था।
▪️ 3 मार्च ही क्यों?
3 मार्च, 1973 को वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) को अंगीकृत किया गया था। विश्व वन्यजीव दिवस के लिए थाईलैंड द्वारा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।
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